Hindi shayari मौन वो समझाएगा .
आज हुई है रात तो कल सवेरा आएगा , मत कर मन उत्पात ये अँधेरा जायेगा . रहे न सूरज तो जलाना मन का दीप , ये उजाला ही राह तुम्हे दिखायेगा . जब मिले सौगात जैसी भी ,लेते जाइये . करम आपका ही आपको देवता बनाएगा . शब्द से न कह सके उनसे जो कुछ आजतक , रस्मो में रह कर मौन वो समझाएगा