Hindi shayari मजबूरियाँ
हर शख्स अपने आप से रुठा हुआ सा लगता है
जिंदगी की राह मे कुछ छूटा हुआ सा लगता है,
आइने मे संग शक्ल के दिखती है कुछ मजबूरियां
हर कोई मजबूरियों मे कुछ डूबा हुआ सा लगता है,
जी रहा है हर इंसान सिर्फ जीने के लिए ही जैसे
हर कोई इस जिंदगी से कुछ टूटा हुआ सा लगता है,
जिंदगी की राह मे कुछ छूटा हुआ सा लगता है,
हर शख्स अपने आप से रुठा हुआ सा लगता है
जिंदगी की राह मे कुछ छूटा हुआ सा लगता है,
आइने मे संग शक्ल के दिखती है कुछ मजबूरियां
हर कोई मजबूरियों मे कुछ डूबा हुआ सा लगता है,
जी रहा है हर इंसान सिर्फ जीने के लिए ही जैसे
हर कोई इस जिंदगी से कुछ टूटा हुआ सा लगता है,
जिंदगी की राह मे कुछ छूटा हुआ सा लगता है,
हर शख्स अपने आप से रुठा हुआ सा लगता है
Very nice
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